
Contents
- 1 क्या 2030 में 3 ईद हैं? जानें इस्लामिक कैलेंडर का रहस्य!
- 1.1 क्या 2030 में 3 ईद हैं? विस्तार से समझें !
- 1.2 प्रस्तावना —
- 1.3 इस्लामिक कैलेंडर का आधार क्या बताता हैं?—-
- 1.4 2030 में 3 ईद होने की गणना कैसे होगी ? —
- 1.5 क्या पहले कभी ऐसा हुआ है?
- 1.6 क्या है इसके धार्मिक एवं सांस्कृतिक प्रभाव?—
- 1.6.1 1. धार्मिक दृष्टि से देखेंगे – मुस्लिमों के लिए यह एक दुर्लभ मौका हो सकता हैं। वे एक ही ग्रेगोरियन वर्ष में तीन बार ईद मना सकते हैं।
- 1.6.2 2. इसका सांस्कृतिक प्रभाव क्या हैं?— – दुनिया भर में इस बात की चर्चा शुरु हुई हैं।और होती रहेगी | यह विशेष रूप से संस्मरणीय वर्ष होगा।
- 1.6.3 3. इसके आर्थिक प्रभाव क्या होंगे? – हम देखते हैं की ईद के दौरान हमेशा बाज़ारों में खरीदारी में वृद्धी होती है| अब तीन ईदें होंगी तो व्यापार एवं आर्थिक गतिविधियों बढेगी|
- 1.7 समारोप—–
क्या 2030 में 3 ईद हैं? जानें इस्लामिक कैलेंडर का रहस्य!
क्या 2030 में 3 ईद हैं? विस्तार से समझें !
सत्यशोधक न्युज स्पेशल लेख 1 एप्रिल 2025:
2030 में 3 ईद हैं? जानें इस्लामिक कैलेंडर का रहस्य! क्या 2030 में 3 ईद हैं? इसकी चर्चा विश्वभर में हो रही हैं। यहां विस्तार से समझें इस संभावना को!
प्रस्तावना —
ईद इस्लाम धर्म का सबसे पवित्र त्योहार है। हर साल दुनिया में मुस्लिम लोगों द्वारा 2 प्रमुख ईद—ईद-उल-फितर एवं ईद-उल-अजहा मनाये जाते हैं। लेकिन 2030 में 3 ईद के त्योहर आयेंगे इस की काफी चर्चा चल रही है। लेकिन क्या यह सच है? क्या इस्लामिक कैलेंडर के अनुसार यह संभव हो सकता है? इस लेख में हम इस विषय पर एक चर्चा करेंगे।
यहाँ पैगंबर मुहम्मद (सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम) के रमजान पर 5 बेहतरीन उद्धरण दिए गए हैं:
1. “जब रमजान का महीना आता है, तो जन्नत के दरवाजे खोल दिए जाते हैं, जहन्नम के दरवाजे बंद कर दिए जाते हैं और शैतानों को जंजीरों में जकड़ दिया जाता है।”
(सहिह बुखारी 1899, सहिह मुस्लिम 1079)2. “रमजान का रोज़ा ढाल के समान है, जो इंसान को बुराई और गुनाहों से बचाता है।”
(सुनन इब्न माजा 1639)3. “जो व्यक्ति ईमान और पूर्ण विश्वास के साथ रमजान के रोज़े रखता है, उसके पिछले सारे गुनाह माफ कर दिए जाते हैं।”
(सहिह बुखारी 38, सहिह मुस्लिम 759)4. “रोज़ेदार के लिए दो खुशी के मौके होते हैं: एक जब वह रोज़ा खोलता है और दूसरा जब वह अपने रब से मिलेगा।”
(सहिह बुखारी 1904, सहिह मुस्लिम 1151)5. “रमजान में एक ऐसी रात है जो हज़ार महीनों से बेहतर है, जो इस रात की इबादत से महरूम रहा, वह वास्तव में हर भलाई से महरूम रहा।”
(सुनन नसाई 2106, सहिह बुखारी 2014)
इस्लामिक कैलेंडर का आधार क्या बताता हैं?—-
इस्लामिक कैलेंडर हिजरी कैलेंडर के नुसार पर चलता है | ये विशेष रुप से चांद के चक्र के नुसार (लूनीयर कैलेंडर) तय होता है। इस्लामिक कैलेंडर में 354 या 355 दिन होते हैं |यह ग्रेगोरियन कैलेंडर (365/366 दिन) से लगभग दस-ग्याराह दिन हैं।
इसी अंतराल के कारण हर साल इस्लामिक त्योहार ग्रेगोरियन कैलेंडर में लगभग 10-11 दिन पहले आते हैं। यही असली कारण है कि हर कुछ सालो में एक ग्रेगोरियन वर्ष में 3 ईदें आ सकती हैं।
2030 में 3 ईद होने की गणना कैसे होगी ? —
अब देखिये हैं कि 2030 में 3 ईदें कैसे संभवतः हो सकती हैं।
1. ईद-उल-फितर 2030 –

रमजान के बाद ईद-उल-फितर आता है। हिजरी वर्ष 1451 के नुसार, ईद-उल-फितर 2030 में 19 जनवरी को पड सकती है।
2. ईद-उल-अजहा 2030 –

हिजरी वर्ष 1451 के अनुसार, ईद-उल-अजहा (बकरीद) 17 जुलाई को आ सकती है।
3. ईद-उल-फितर 2030 (दूसरी बार) – हिजरी वर्ष 1452 में फिर रमजान पूरा हो जायेगा | इससे अगली ईद-उल-फितर 8 दिसंबर 2030 आ सकती है।
क्या पहले कभी ऐसा हुआ है?
नहीं, बिल्कुल हुआ है ! यह पहली बार नहीं है| एक ही ग्रेगोरियन वर्ष में तीन ईदें मनाई जा सकती हैं। पुर्वकाल में कई बार ऐसा हुआ है | चंद्र कैलेंडर के कारण एक ही साल में तीन हदें पहले आ चुकी हैं ।
क्या है इसके धार्मिक एवं सांस्कृतिक प्रभाव?—

1. धार्मिक दृष्टि से देखेंगे – मुस्लिमों के लिए यह एक दुर्लभ मौका हो सकता हैं। वे एक ही ग्रेगोरियन वर्ष में तीन बार ईद मना सकते हैं।
2. इसका सांस्कृतिक प्रभाव क्या हैं?—
–
दुनिया भर में इस बात की चर्चा शुरु हुई हैं।और होती रहेगी | यह विशेष रूप से संस्मरणीय वर्ष होगा।
3. इसके आर्थिक प्रभाव क्या होंगे?
– हम देखते हैं की ईद के दौरान हमेशा बाज़ारों में खरीदारी में वृद्धी होती है| अब तीन ईदें होंगी तो व्यापार एवं आर्थिक गतिविधियों बढेगी|
समारोप—–
2030 में 3 ईदें होंगी| क्योंकि इस्लामिक कैलेंडर एवं ग्रेगोरियन कैलेंडर में दिन संख्या का जो अंतर हैं ,वो इस संभावना को बताता है। निश्चित रुप से ये एक अनोखी घटना रहेगी |जिसे लोग बरसो याद रखेंगे। एसे मौका इंसान के जीवन में बहुत कम आते हैं|